साथियों मैं चिकित्सा विभाग में कार्यरत हूँ और आज मैं आप सभी के साथ अपना एक अनुभव साझा करना चाहती हूँ और वह है कोरोना वेक्सिनेशन का मेरा अनुभव | इतने दिनों से सभी को इन्तजार था कि कोरोना की वेक्सिन कब आयेगी और जब आयेगी तो इस महामारी से सबकी जान बचेगी और फिर वेक्सिन आई और एक उम्मीद पैदा हुई| खुशी की एक लहर थी सबके मन में लेकिन फिर एक डर ने जन्म लिया कि ये कहीं कुछ गलत न करे शरीर में जाकर | न जाने कहीं कुछ उल्टा प्रभाव न डाले और ये डर लगभग हर एक के अन्दर पैदा हुआ कोई माने या न माने | मैंने भी सब देखा, सुना और महसूस किया और जब ये बात चली कि वेक्सिन सबसे पहले चिकित्सा विभाग में कार्य करने वालों को लगाई जायेगी तो घर पर ये बातें होने लगी कि तुम रहने देना मत लगाना और बच्चे भी कहने लगे कि माँ रुक जाना अभी देखते हैं क्या होता है| मैं भी सोच रही थी कि हां कोई बात नहीं सोच समझ कर ही लगाउंगी और फिर देखते ही देखते वेक्सिन आई और लगनी शुरू भी हुई| शुरूआत के पहले सैशन में मैंने नहीं लगवाई कि कोई बात नहीं अगली बार में लगवा लुंगी और फिर आज हमारे यहाँ पर दूसरा सैशन था और मैंने आज वेक्सिन लगवाई और ये एक बहुत अच्छा अनुभव रहा| जिस तरह की भ्रांतियां हैं और जो बातें थीं वैसा कुछ भी नहीं है ये एक बहुत अच्छा सा अहसास है और सबसे बढ़कर हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक कदम है इसलिए मैं यह कहना चाहती हूँ कि जब जब भी वेक्सिन लगेगी तो सभी लगवाना सारी झिझक छोड़कर| यही वजह थी कि मैं अपना यह अनुभव आप सभी के साथ बांटना चाहती थी तो फिर सभी हो जाओ तैयार....
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