व्यायाम और योग स्वस्थ जीवन का अभिन्न अंग है ये तो सभी जानते हैं लेकिन हम कितना इस बात को अपने जीवन में लागू करते हैं| जरा सोचिए हम सब में से कितने लोग तसल्ली से व्यायाम और योग को समय देते हैं| आज के वक्त में स्वस्थ काया का होना किसी वरदान से कम नहीं|हम जीवन में हर सुख का आनंद तभी ले सकते हैं अगर हमारा शरीर स्वस्थ है इसलिए व्यायाम और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बहुत ज्यादा जरूरी है |यदि हम इस बात पर ध्यान नहीं देंगे तो हमारा ये शरीर जीवन भर हमारा साथ नहीं दे पायेगा और मनचाहा जीवन जीने का सपना सिर्फ एक सपना ही रह जायेगा | इसलिए अभी और आज से ही ये ठान लो कि दिन का कुछ वक्त खुद के शरीर को स्वस्थ रखने के लिए देना है न कि जीवन की भाग दौड़ में खुद को भुल जाना है|व्यायाम से और योग से न केवल हम निरोगी काया पा सकते हैं बल्कि स्वस्थ मस्तिष्क का भी निर्माण होता है जिससे जीवन एक नई दिशा में आगे बढता है और जीवन सही मायने में जीवन बन पाता है| स्वयं को अधिक सक्षम और निरोग बनाने के लिए मेहनत करनी होगी और सबसे पहले तो खुद को धकेलना होगा क्योंकि हम सहजता से यह कर नहीं पाते हैं|अपनी आदतों के कारण और अपने इस स्वभाव के कारण कि सहज स्थिति से बाहर क्यों जाना इसलिए चलने देते हैं जैसे चल रहा है पर यही सब सोच सोच कर पता नहीं जीवन कहाँ से कहाँ पहुँच जाता है और न जाने कितनी बिमारियों का घर हो जाता है ये हमारा शरीर| फिर इस जीवन का हर सुख फीका हो जाता है चाहे जितना भी कोशिश कर लो लेकिन फिर वो मजा नहीं आता है जीने में, तो क्यों नहीं हम आज ही सोचें इस बारे में और थोड़ा तो गम्भीरता से सोचें | कहीं न कहीं हमें अपने भीतर ही इसका जवाब मिल जायेगा और वैसे भी हम सब जानते तो सब कुछ हैं लेकिन बस कुछ करते नहीं | तो क्यों नहीं खुद को थोड़ा झिंझोडा़ जाये ताकि जो भी जितना भी जीवन हमारी झोली में है उसको तो हम जी भर कर जी लें... क्यों सही कह रही हूँ न मैं??? अगर हाँ तो कर देते हैं शुरूआत आज से और अभी से.......
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